Aves शब्द ग्रीक भाषा के Ornis & लैटिन भाषा के aves = पक्षी शब्द से मिलकर बना है |
पक्षी सबसे अधिक उच्चतम विकसित क्रेनिएट्स है | जिनका शरीर सिर , गर्दन तथा धड़ मे बटा होता है, संपूर्ण शरीर परों द्वारा ढका होता है तथा अग्रपाद पंखों में रूपांतरित होते है |
पक्षियों का उद्भव जुरासिक काल में ओर्निथिश्चियन डायनासोरों से हुआ है इन प्राणियों में सरीसृपो से मिलते जुलते अनेक लक्षण पाए जाते हैं | क्रिटेशियस युग आ जाने के पश्चात ही पक्षियों को अपना आधुनिक रूप प्राप्त हुआ है | वर्तमान में जीवित पक्षियों की लगभग 10,000 से ज्यादा जातियां हैं यहां वायवीय, स्थलीय एवं जलीय जीवन के लिए अनुकूलित होते हैं |
पक्षियों का अध्ययन पक्षी विज्ञान ( Ornithiology ) के अंतर्गत किया जाता है | भारत में पक्षी विज्ञान के जनक डॉ सलीम अली है |
Charecters –
- इस वर्ग के सभी सदस्य नियततापी ( warm blooded ) प्रवृत्ति के होते हैं |
- उनका शरीर सिर गर्दन तथा धड़ में बटा होता है ,
शरीर परों ( feathers ) से ढका रहता है | - धड़ से छोटी पूछ लगी रहती है |
- अग्रपाद उड़ने के लिए पंखों में रूपांतरित होते है |
- अग्रपाद पंखों में रूपांतरित होते हैं जिनमें प्रत्येक में 3 नखररहित अंगुलियां होती तथा इन अंगुलियों पर उड़ने के लिए पर पाए जाते हैं |
- उंगलियां नखर युक्त होती है |
- जबड़े में दांत नहीं होते हैं तथा श्रृंगी होते हैं |
- त्वचा में ग्रंथियां अनुपस्थित होती है , लेकिन पूँछ के आधार पर तेल ग्रंथियां ( oil gland ) पाई जाती है |
- स्वसन फेफड़ों द्वारा होता है तथा कुछ पक्षियों में यहां वायु कोषो भी होता है |
- ह्रदय 4 कक्षाओं में बटा होता है दो आलिंद तथा दो निलय होते हैं |
- इनके कंकाल की हड्डिया सरंध्र ( pneumatic ) तथा हल्की होती है|
- खोपड़ी की हड्डियों आपस में संयुक्त होती है | Skull monocondylic होता है | क्योंकि उसमें केवल एक ही occipital condyle होता है |
- प्रायः नर में मैं तो मैथुन अंग नहीं पाया जाता है , जनन एवं गुदा छिद्र एक ही होता है |
- मादा में बायी अंड वाहिनी अधिक विकसित होती है |
- यह oviparous होते हैं तथा मादा अंडे देती है तथा शिशु के निकलने तक उन्हें सेती ( incubet ) रहती है |
- इनमें अंतः निषेचन ( internal fertilization )पाया जाता है |