मध्य प्रदेश विभिन्न पर्यटक स्थलों के लिए मशहूर है, परंतु यदि आप प्राकृतिक वातावरण के साथ जंगली प्रजातियों का दर्शन करना चाहते हैं | सुरम्य जंगल में विचरण करना चाहते हैं तो प्रस्तावित सोनेवानी अभ्यारण आपके लिए एक बहुत ही शानदार विकल्प हो सकता है |
मध्य प्रदेश के बालाघाट तथा सिवनी जिले के लालबर्रा तथा बरघाट तहसील के मध्य स्थित प्रस्तावित सोनेवानी अभ्यारण कान्हा नेशनल पार्क तथा पेंच नेशनल पार्क के मध्य कॉरिडोर के रूप में जाना जाता है | कान्हा नेशनल पार्क तथा पेंच नेशनल पार्क के मध्य जंगली प्रजातियों का विचरण इसी कॉरिडोर के माध्यम से होता है |
सोनेवानी वन लगभग 182 किमी. क्षेत्र में फैला हुआ है, जो कान्हा नेशनल पार्क एवं पेंच नेशनल पार्क का कारीडोर भी कहा जाता है। इस कारण दुलर्भ वन्यप्राणियों का आना जाना इसी मार्ग से होता है। सोनेवानी वन क्षेत्र में विशेष रूप से वन्य प्राणियों में बाघ, तेंदुआ, बायसन, चीतल, सांभर, सोनकुत्ता आदि की बहुलता के साथ यह क्षेत्र कान्हा, पेंच टाइगर कारिडोर का भी भाग है।
कैसे पहुँचे (How to reach) –
सोनेवानी अनुभव क्षेत्र के मुख्य रूप से तीन प्रवेश द्वार हैं | एक प्रवेश द्वार सिवनी जिले के बरघाट तहसील के अंतरा गॉव मैं स्थित है जबकि दूसरा प्रवेश द्वार बालाघाट जिले की लालबर्रा तहसील के नवेगांव से होता है | तीसरा प्रवेश द्वार वारासिवनी तहसील के रमरमा से होता है | यदि आप नागपुर या जबलपुर से होते हुए सिवनी की ओर से आते हैं, तथा आप स्वयं की गाड़ी से अनुभव क्षेत्र घूमना चाहते हैं तब आपके लिए पहला प्रवेश द्वार ठीक होगा | हालांकि अब उस प्रवेश द्वार से जिप्सी की भी व्यवस्था हो जाती है | यदि आप जिप्सी से घूमना चाहते हैं तो आपके लिए द्वितीय प्रवेश द्वार उचित होगा | तृतीय प्रवेश द्वार उतना चर्चित नहीं है किंतु इस प्रवेश द्वार से होते हुए आप झरने का भी आनंद ले सकते हैं | हमारी व्यक्तिगत सलाह होगी कि आप जिप्सी से घूमे तथा नैसर्गिक प्रकृति का आनंद ले |
सोनेवानी अभ्यारण (अनुभव क्षेत्र) के प्रमुख स्थान –
सोने वाली अभ्यारण अनुभव क्षेत्र का प्रमुख गेट नवेगांव लालबर्रा है जब आप यहां से होकर प्रवेश करते हैं तब आपको
जिन मार्गो से होकर ले जाया जाता है , वह है –
सिलेझरी—> कपड़ा मार्केट —-> बाकलबर्रा ——> सोनेवानी रेस्ट हाउस —–> गणेश मंदिर ——> चिकलाबर्डि
खास क्या है? –
यदि आप बर्ड वाचिंग के शौकीन है तब टेकाडी का तालाब आपके लिए मन माफिक जगह हो सकती है | इसके अलावा आप सागौन का डेढ़ सौ वर्ष पुराना वृक्ष भी देख सकते हैं | जिसे अंग्रेजी हुकूमत के समय लगाया गया था | 1903 में बना रेस्ट हाउस भी आकर्षण का केंद्र है|
कब जाना चाहिए –
कब जाना चाहिए यह सवाल हर पर्यटक स्थल के साथ होता है | सोनेवानी अनुभव क्षेत्र मे जंगल घना होता है और बरसात के बाद तो जंगल हरियाली लिए होता है अतः जनवरी से मई का महीना घूमने के लिए उत्तम होता है |
क्योंकि यहां के जंगलों में पर्णपाती वन है तथा इन महीना में पत्ते झड़ जाते हैं और दूर से ही विचरण करते हुए वन्य प्राणी आपको दिखाई देते हैं |
बुकिंग कैसे करे – बुकिंग के लिए यहां पर ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध नहीं है , अतः आप सीधे वहां जाकर सोनेवानी अनुभव क्षेत्र के अंदर प्रवेश कर सकते हैं | या जिप्सी चलने वाले ड्राइवर के माध्यम से आप बुकिंग कर सकते हैं कुछ नंबर नीचे दिए जा रहे हैं जिनकी सहायता से आप आसानी के साथ अपनी ट्रिप आयोजित कर सकते हैं |
अंतरा गेट – रवि भारद्वाज – +91 81202 12659
नवेगाव गेट –
सारांश-
एक बार अपनी ट्रिप सोनेवानी अनुभव क्षेत्र की बनाइये और प्रकृति के नजारो का आनंद वन्य प्राणियों के साथ लीजिये |
निश्चित तौर पर आप निराश नहीं होंगे | अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो इस पोस्ट को लाइक एवं कमेंट्स जरूर करें फिर मिलते हैं एक नई पोस्ट के साथ |